कनारा बैंक की सहायक कंपनी के IPO को मिली मंजूरी

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    1. कनारा बैंक के लिए मूल्य की प्राप्ति (Value Unlocking)

    • सीधा नकदी लाभ: कनारा बैंक इस बीमा कंपनी का एक प्रमोटर (मालिक) है। आईपीओ में ‘ऑफर फॉर सेल’ (OFS) के जरिए बैंक अपनी हिस्सेदारी का एक हिस्सा बेचेगा, जिससे उसे तुरंत भारी मात्रा में नकदी प्राप्त होगी।
    • निवेश का बढ़ा मूल्य: आईपीओ के बाद, बैंक के पास जो हिस्सेदारी बचेगी, उसका मूल्यांकन बाजार की कीमत के आधार पर (Mark-to-Market) होगा। इंश्योरेंस कंपनियों का valuation आमतौर पर ऊँचा होता है, इसलिए बैंक की बैलेंस शीट में इस निवेश का मूल्य काफी बढ़ जाएगा।

    2. बैंक की पूंजी मजबूत होगी

    • हिस्सेदारी बेचने से मिलने वाली नकदी से बैंक की पूंजी स्थिति मजबूत होगी।
    • इस पूंजी का इस्तेमाल कई फायदेमंद कामों के लिए किया जा सकता है:
      • कर्ज वृद्धि: व्यवसायों और व्यक्तियों को अधिक कर्ज देना, जिससे आय बढ़ेगी।
      • पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CAR) में सुधार: बैंक वित्तीय रूप से और मजबूत व नियमों का पालन करने वाला बनेगा।
      • तकनीक में निवेश: डिजिटल बैंकिंग को बेहतर बनाने में खर्च कर सकता है।

    3. शेयरधारकों को लाभ

    • बाजार “वैल्यू अनलॉकिंग” को बहुत पसंद करता है। निवेशक इसे बैंक की एक बुद्धिमान चाल के रूप में देखते हैं।
    • नकदी प्राप्ति और मजबूत बैलेंस शीट की उम्मीद से बैंक के शेयर की कीमत बढ़ सकती है।
    • बैंक इस पैसे का एक हिस्सा शेयरधारकों को विशेष लाभांश (Special Dividend) के रूप में भी बाँट सकता है।

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